Thursday, March 10, 2011

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' मंजिल हासिल करेंगे हम '
जिंदगी की मौज से खेले हम
कश्ती पर सवार हुए है हम
किनारों से किया है अलविदा
अब तो समंदर फतह करेंगे हम
होसले है हमारे इतने बुलंद
हर मुश्किल से लड़ लेंगे हम
तूफ़ान कई है राहो में

इन तुफानो से ना घबराएंगे हम
चट्टानें भी हो अगर रास्तो में
तो चट्टानों से टकराकर
मंजिल हासिल करेंगे हम
नया जोश है, नया होश है, नया है जूनून
मंजिल हासिल करना है मकसद हमारा
अब हमें कहाँ है सुकून ?
अपनी मेहनत और लगन से
मंजिल हासिल करेंगे हम

हम किस्मत पर नहीं करते भरोसा
अपनी मेहनत से तकदीर बनायेंगे हम
ख़ुशी हो या गम , हर हाल में मुस्कुराएंगे हम

पिछली गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ते जायेंगे हम
हमें है पक्का यकीन
मंजिल हासिल करेंगे हम

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