" दुःख से ना घबराना पंछी "
दुःख से ना घबराना पंछी
ये दुनिया दुःख का मैला है
भीड़ पड़ी हो अम्बर मेंउड़ना तुझे अकेला है
अपना लक्ष्य तय कर ले और उस तक पहुँच जा
मत पढ़ दुनियादारी के चक्कर में
ये दुनिया तो एक झमेला है
बढ़ता रहे तू अपने पथ पर आगे
जल्द ही होने वाला खुशियों का सवेरा है
छोड़ दे तू चिंता सब की
रख न मोह किसी तू
आया था अकेला औरजाना तुझे अकेला है
आने वाले कल की मत सोच
हर पल को जीना सीख ले
क्योकि हर एक पल में खुशियों का बसेरा है
Ishwar Choudhary
दुःख से ना घबराना पंछी
ये दुनिया दुःख का मैला है
भीड़ पड़ी हो अम्बर मेंउड़ना तुझे अकेला है
अपना लक्ष्य तय कर ले और उस तक पहुँच जा
मत पढ़ दुनियादारी के चक्कर में
ये दुनिया तो एक झमेला है
बढ़ता रहे तू अपने पथ पर आगे
जल्द ही होने वाला खुशियों का सवेरा है
छोड़ दे तू चिंता सब की
रख न मोह किसी तू
आया था अकेला औरजाना तुझे अकेला है
आने वाले कल की मत सोच
हर पल को जीना सीख ले
क्योकि हर एक पल में खुशियों का बसेरा है
Ishwar Choudhary
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